भगत सिंह कोश्यारी के राज्यपाल बनने पर उत्तराखण्ड में खुशी की लहर
भगत सिंह कोश्यारी के महाराष्ट्र के राज्यपाल पद पर नियुक्ति से उत्तराखण्ड में खुशी की लहर छा गयी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को भगत सिंह कोश्यारी की नियुक्ति की।
कोश्यारी के राज्यपाल बनने पर मुख्य मंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत ने खुशी व्यक्त की है। भगत सिंह कोश्यारी का जन्म 17 जून 1942 को उत्तराखण्ड के नामती चेताबागड़ गांव,बागेश्वर में हुआ उनकी प्रारम्भिक शिक्षा अल्मोड़ा से प्राप्त की एवं आगरा विद्यालय से आचार्य की उपाधि प्राप्त की। छात्र जीवन से ही कोश्यारी राजनीति में सक्रिय रहे वर्ष 1961—62 में वे स्नातकोत्तर महाविद्यालय केे छात्र संघ महासचिव बने 3 जुलाई 1975 से 30 मार्च 1977 तक आपातकाल में उन्हें अल्मोड़ा व फतेहगढ़ केन्द्रीय कारागार में रा0 सु0 कानून मीसा के तहत निरुद्ध किया गया। उनकी सक्रियता को देखते हुए भाजपा ने वर्ष 1988 में उत्तरांचल प्रदेश संघर्ष् समिति का महामंत्री का पद सौंपा। वर्ष 88 से 95 तक वे भाजपा के उत्तरांचल प्रदेश के महामंत्री रहे। उत्तराखण्ड राज्य बनने पर नित्यानन्द स्वामी के बाद भाजपा की अंतरिम सरकार के दौरान सूबे के दूसरे मुख्यमंत्री बनाये गये पर वे 2001 से 2002 तक उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री है। 2002 से 2007 तक उत्तराखण्ड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे। 2008 से 2014 तक उत्तराखण्ड के राज्य सभा सदस्य 2014 में कोश्यारी नैनीताल क्षेत्र से लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गये।
इधर कोश्यारी के महाराष्ट्र का राज्यपाल चुने जाने पर अल्मोड़ा में कार्यकर्ताओं ने हर्ष जताया है।