यह भी जानिये :- श्री गांधी आश्रम चनौदा के क्रान्तिकारी सेनानी
सन् 1942 के स्वतंत्रता संग्राम के भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान श्री गांधी आश्रम चनौदा का योगदान चिरस्मणीय रहेगा। इस आन्दोलन के दौरान दो बार अंग्रेजी फौजो और पुलिस ने डेरा डाला था और उस समय आश्रम के कार्यकर्ता गिरफ्तार होकर देश सेवार्थ जेल भुगतते हुए शहीद हुए। उनमें प्रमुख है किशन सिंह बोरा, ग्राम गुरुड़ा चनौदा, रतन सिंह कबडोला— ग्राम अंगरे पच्चीसी, त्रिलोक सिंह पांगती— ग्राम मुनस्यारी जौहार,
इसके साथ ही श्री गांधी जी से प्रेरणा लेकर निम्न से देशभक्त जेल में स्वर्गवासी होकर शहीद हुए उदे सिंह बोरा प्रधान ग्राम गुरुड़ा चनौदा, बिशन सिंह बोरा ग्राम गुरुड़ा चनौदा, दिवान सिंह भाकुनी ग्राम शैल चनौदा, बाग सिंह दोसाद ग्राम छानी चनौदा व अमर सिंह ग्राम डिगरा भैसडगांव।