विकास प्राधिकरण से क्षुब्ध आत्महत्या करने लगे — पूरन रौतेला
पर्वतीय क्षेत्रों में विकास प्राधिकरण लागू होने के पश्चात् प्राधिकरण के प्राविधानों से क्षुब्ध होकर बागेश्वर नगर में दो व्यक्तियों द्वारा एक पखवाड़े के अन्दर आत्महत्या किए जाने से सारे पर्वतांचल में उबाल आ गया है। इस दुर्भाग्य पूर्ण घटित घटना पर आज नगर कांग्रेस के अध्यक्ष पूरन रौतेला ने एक बयान जारी कर कहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा जनविरोधी विकास प्राधिकरण को लागू करने से वह जी का जंजाल बनते जा रहा है जिससे जनता को भवन निर्माण में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। इस जन विरोधी प्राधिकरण के विरोध में रानीखेत, डीडीहाट, पिथौरागढ़, बागेश्वर, मुनस्यारी, चौखुटिया, व अल्मोड़ा सहित पूरे पर्वतीय अंचल की जनता इसे समाप्त करने की मांग कर रही है। प्राधिकरण के जटिल नियमों के कारण आम जनता अपना भवन नहीं बना पा रहे है। जिसे यहां पलायन को बढ़ावा मिलेगा और आने वाले दिनों में इसके गम्भीर होंगे। रौतेला ने प्राधिकरण को समाप्त करने की मांग करते हुए नगर पालिकाओं को भवन मानचित्र स्वीकृत करने का अधिकार देने की मांग की है।