चम्पावत में भी मनाई गयी पं0 गोविंद बल्लभ पंत जयंती
1 min readस्वतंत्रता आंदोलन से लेकर 1950 में उत्तर प्रदेश जमीदारी उन्मूलन तथा उसके बाद हिन्दी भाषा उन्नयन, कुली बेगार प्रथा को समाप्त करने तथा देश को अन्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने और समाज को सभी सहुलियत उपलब्ध कराने तक जो संघर्ष बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी भारत रत्न पं.गोविंद बल्लभ पंत जी ने किया उनके संघर्ष, कार्यकुशला से प्रेरणा लेकर समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक सभी जरूरी इमदाद पहुंचाकर ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
प्रभारी जिलाधिकारी टीएस मर्तोलिया भारत रत्न पं.गोविन्द पंत जी की 132 वीं जयंती पर जिला कार्यालय परिसर पर स्थापित उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद जिला सभागार में अधिकारियों, कर्मचारियों से मुखातिब थे।
