श्राद्ध पक्ष में बदरीनाथ धाम स्थित ब्रहम कपाल का भी बड़ा महत्व
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पवित्र श्राद्ध पक्ष शुरू होते ही बदरीनाथ धाम स्थित ब्रह्म कपाल में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। ब्रह्म कपाल में पितरों को पिंडदान का विशेष महात्म्य है। स्कंदपुराण में इस पवित्र स्थान को गया से आठ गुना अधिक फलदायी तीर्थ कहा गया है। पितर पक्ष शुरू होते ही हर वर्ष तीर्थयात्रियों के साथ ही हजारों स्थानीय श्रद्धालु अपने पितरों के उद्धार के लिए ब्रह्मकपाल पहुंचते हैं।
बदरीनाथ धाम से पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित ब्रह्मकपाल में अलकनंदा नदी के किनारे एक विशाल शिला (पत्थर) मौजूद है, जहां हवन कुंड में पितरों के उद्धार के लिए पिंडदान कर हवन क्रिया की जाती है।
