अल्मोड़ा महोत्सव में जमकर उमड़ रहे दर्शक
‘सीधे पहाड़ से सीधे पहाड़ से, ठड़ी फिजायें न फिसले मेरे हाथ से” रैप गीत ने सांस्कृतिक नगरी को थिरकने के लिये मजूबर कर दिया खास तौर पर युवाओं ने उनके रैप का भरपूर आनन्द उठाया। एमटीवी के शो हसल से चर्चित जनपद अल्मोड़ा के गौरव मनकोटी ने अपने गृृह जनपद में आकर अपना पहला स्टेज शो कर खूब वाहवाही लूटी। इस दौरान उनके साथ आये किंग व अन्य साथियो के द्वारा गाये गये अनेक रैप गीतों को युवाओ ने खूब पंसद किया और खूब थिरके। उनको सुनने के लिये काफी संख्या में लोग उपस्थित हुये।
महोत्सव में पाश्र्व गायिका श्रद्धा पंडित ने भी अपनी गायिकी का खूब जादू बिखेरा। उनके ”ससुराल गेंदा फूल”, ”तेरी गलिया तेरी गलिया मुझको भावे”, ”बरेली वाले झुमके पर जिया ललचाये” ”हम्मा.हम्मा” तेरे बिना अब न लेंगे एक दम तुझे चाहने लगे हम” गीतों से अपना जलवा बिखेरा जिस पर दर्शकों ने जमकर ठुमके लगाये। उनके द्वारा लडकियों को स्टेज पर बुलाकर स्टेज में ही नाचने लगे। इस अवसर पर अल्मोड़ा महोत्सव समिति द्वारा उपस्थित कलाकारो को स्मृति चिन्ह् देकर सम्मानित किया।
महोत्सव में शास्त्रीय संगीत जगत को सात्विक वीणा की सौगात देने वाले मशहूर वीणा वादक पं0 सलिल मोहन भट्ट ने अपनी सात्विक वीणा वादन से प्रस्फुस्टित राग किरवानी, भोपाली, राग देशराज की मनमोहन प्रस्तुति दी। उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत पर आधारित अनेक रागो का खूब जलवा बिखरे जिसका लोगों ने खूब आनन्द उठाया उनके साथ तबले पर प्रसिद्व तबला वादक अभिषेक मिश्रा ने तबले की थाप पर लोगो को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान सलिल मोहन भट्ट ने कहा कि उनके द्वारा भारतीय शास्त्रीय संगीत को 45 से भी अधिक देशो में प्रचारित व प्रसारित किया जा रहा है। महोत्सव के दौरान अल्मोड़ा से प्रकाशित होने वाले साप्ताहिक समाचार पत्र ”शक्ति” के 101 वर्ष पूर्ण होने पर शक्ति के पूर्व में रहे सम्पादक और वर्तमान में प्रकाशक कैलाश पाण्डे को अल्मोड़ा महोत्सव समिति द्वारा शाॅल व स्मृति चिन्ह् देकर सम्मानित किया गया।