देश की राजधानी दिल्ली को प्रदूषण से राहत और हरियाली में बढ़ोतरी के लिए एक नई सौगात मिली है। हाल ही में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यमुना नदी के किनारे “ग्रीन कोरिडोर प्रोजेक्ट” का उद्घाटन किया। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य यमुना किनारे एक ऐसा हरित क्षेत्र बनाना है, जो न केवल पर्यावरण को सुधारेगा बल्कि दिल्लीवासियों को एक बेहतर जीवनशैली भी प्रदान करेगा।

ग्रीन कोरिडोर प्रोजेक्ट की खास बातें

  1. हरित क्षेत्र का विस्तार:
    • यह कोरिडोर यमुना के किनारे 20 किलोमीटर लंबा और 500 मीटर चौड़ा होगा।
    • इस क्षेत्र में करीब 1 लाख नए पौधे और पेड़ लगाए जाएंगे।
  2. पार्क और सार्वजनिक स्थान:
    • ग्रीन कोरिडोर में 10 बड़े पार्क, जॉगिंग ट्रैक और साइक्लिंग पथ बनाए जाएंगे।
    • बच्चों के लिए खेल के मैदान और सीनियर सिटीजन के लिए मेडिटेशन केंद्र भी होंगे।
  3. प्राकृतिक जल प्रबंधन:
    • जल संरक्षण के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया जाएगा।
    • सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स के माध्यम से यमुना में गिरने वाले प्रदूषित पानी को रोका जाएगा।
  4. पर्यावरणीय जागरूकता:
    • कोरिडोर में पर्यावरण शिक्षा केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
    • दिल्ली के स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों को पौधारोपण और संरक्षण के लिए जोड़ा जाएगा।

आर्थिक और सामाजिक प्रभाव

  1. रोजगार के अवसर:
    • इस प्रोजेक्ट से लगभग 5,000 प्रत्यक्ष और 8,000 अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा होंगे।
    • स्थानीय लोगों को पौधारोपण, रखरखाव और अन्य कार्यों में काम मिलेगा।
  2. स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा:
    • ग्रीन कोरिडोर के आस-पास स्थानीय विक्रेताओं को बाजार स्थापित करने के अवसर मिलेंगे।
    • टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, जिससे छोटे व्यवसाय लाभान्वित होंगे।

स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव

  1. शुद्ध हवा:
    • यमुना किनारे हरियाली बढ़ने से दिल्ली के वायु प्रदूषण में कमी आएगी।
    • पेड़ों से निकलने वाली ऑक्सीजन शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार करेगी।
  2. शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य:
    • ग्रीन कोरिडोर में योग, जॉगिंग और वॉकिंग जैसे स्वास्थ्यवर्धक गतिविधियों के लिए स्थान उपलब्ध होगा।
    • शांत और स्वच्छ वातावरण लोगों की मानसिक शांति में सुधार करेगा।

सरकार की दृष्टि

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “यह प्रोजेक्ट दिल्ली के पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए हमारी सरकार की बड़ी पहल है। हमारा उद्देश्य यमुना को फिर से स्वच्छ और जीवंत बनाना है। ग्रीन कोरिडोर न केवल पर्यावरण को बचाएगा बल्कि दिल्लीवासियों के जीवन में भी सुधार लाएगा।”

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

दिल्ली के निवासियों ने इस परियोजना का स्वागत किया है।

  • सुमित वर्मा, एक पर्यावरण प्रेमी, ने कहा, “यह प्रोजेक्ट दिल्ली के लिए बहुत जरूरी था। इससे यमुना फिर से जीवंत होगी।”
  • अंजलि शर्मा, एक गृहिणी, ने कहा, “ग्रीन कोरिडोर हमें और हमारे बच्चों को प्रकृति के करीब ले जाएगा।”

भविष्य की योजनाएं

  1. प्लास्टिक मुक्त क्षेत्र:
    • ग्रीन कोरिडोर को पूर्णत: प्लास्टिक मुक्त बनाने की योजना है।
  2. फूलों के बगीचे:
    • यमुना किनारे अंतरराष्ट्रीय स्तर के फ्लावर गार्डन बनाए जाएंगे।
  3. स्मार्ट सिटीज से कनेक्टिविटी:
    • ग्रीन कोरिडोर को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स के साथ जोड़ा जाएगा।

निष्कर्ष

दिल्ली का “ग्रीन कोरिडोर प्रोजेक्ट” शहर को न केवल हरियाली प्रदान करेगा, बल्कि यमुना की स्वच्छता और संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह परियोजना दिल्लीवासियों के लिए प्रकृति से जुड़ने का एक सुनहरा अवसर है। ग्रीन कोरिडोर न केवल पर्यावरण को बचाने का एक माध्यम है, बल्कि एक स्वस्थ और खुशहाल दिल्ली की ओर एक कदम भी है।