दुनिया की नज़रों के सामने अफ़गान महिलाओं पर अत्याचार बेरोकटोक जारी है। तालिबान ने इस महीने की शुरुआत में कड़े नए प्रतिबंध लगाए, जिसके तहत महिलाओं को न केवल अपना चेहरा ढंकना अनिवार्य है, बल्कि अब उन्हें सार्वजनिक रूप से अपनी आवाज़ उठाने, गाने या ज़ोर से पढ़ने से भी मना किया गया है। अमेरिका और यूरोपीय संघ के नेतृत्व वाले पश्चिमी देशों ने नए कानूनों की निंदा की है, लेकिन तालिबान शासन के प्रति भी वे समर्पित हैं, जो इस क्षेत्र में कुछ स्थिरता प्रदान करता है।

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