एक नई रिपोर्ट में पाया गया है कि हैती की आधी से अधिक आबादी राजनीतिक अस्थिरता और सुरक्षा संकट के बीच तीव्र भूख से पीड़ित है, जिसके कारण सशस्त्र गिरोहों ने देश के बड़े हिस्से पर नियंत्रण कर लिया है। संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम के अनुसार, देश की बड़ी संख्या में आंतरिक रूप से विस्थापित लोग विशेष जोखिम में हैं।