संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठनों को मार्च 2011 में शुरू हुए संघर्ष में मारे गए और लापता सभी लोगों की गिनती करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ा है।
संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठनों को मार्च 2011 में शुरू हुए संघर्ष में मारे गए और लापता सभी लोगों की गिनती करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ा है।